सौहार्द का रहस्य
राजा शातवाहन के राजपन्त्री के परिवार में एक सौ से भी अधिक व्यक्ति थे। वे सभी बड़े प्रेम से रहते ...
वस्तु विज्ञान ही सच्चा त्याग है
छात्रावस्था में विद्यालय की ओर से एक नदी के किनारे सहभोज था। वह नदी छोटी थी किन्तु रेत बहुत थी। ...
भौतिक जीवन कामना के छिद्र
एक सज्जन ने पूछा – भगवान की पूजा करके भी मेरे संकट दूर क्यों नहीं होते? मैंने कहा – विद्यार्थी ...
दूध का दूध और पानी का पानी
एक छोटे गांव में एक गूजरी रहती थी। उसके दो भैंसे थी। वह प्रतिदिन शहर में दूध बेचने के लिए ...
सुख शांति के लिये
सिकन्दर जब विजय करने के लिये भारत में आकर सिन्धु नदी के किनारे डेरा डाले पड़ा था। वह अपने गुरु ...
धर्म को न छोड़ दें
सेनापति! एक रथ में बैठाकर सीता को तीर्थ यात्रा करा दो। यात्रा कराने के बाद सिंहाटवी में अकेली छोड़कर तुम ...
संसारी की दशा
चन्द्रप्रभु तीर्थंकर अपने पूर्वभव में एक राजकुमार थे। एक दिन उन्होंने देखा कि सामने तालाब में कमल को देखकर हाथी ...
पेशा से वकील-जीवन से साधु
एक व्यक्ति अपनी अकेली विधवा चाची की सम्पत्ति हड़पना चाहता था। वह कई वकीलों के पास गया किन्तु संतोषजनक आश्वासन ...
ज्ञान का सदुपयोग
उनके परम मित्र स्मिथ ने कहा – इस समय विश्व में आपका ज्ञान सर्वोपरि माना जा रहा है। विश्व का ...
शरीर की परख करने वाले चमार हैं!
अष्टाव्रक का शरीर गर्दन से लेकर पांव तक आठ जगह टेढ़ा था। एक बार वे जनक जी की सभा मे ...