अहिंसा की विजय
एक शिकारी अंग्रेज एंडरसन, ने जंगल में एक सिंह पर बन्दूक चलाई। गोली सिंह को लगी। सिंह घायल हो गया। घायल सिंह जंगल में अपनी गुफा के द्वार पर पहुंचा । वहाँ पर दिगम्बर मुनि महाराज को देखकर कुत्ते की तरह खड़ा हो गया। एंडरसन यह दृष्य देखकर विस्मित हो उठा। उसे अहिंसा की महिमा समझ में आ गई और उसी दिन से एंडरसन ने शिकार न खेलने की प्रतिज्ञा की।