भाग्य से मिलता है
एक सज्जन परदेश जाने लगे उन्होंने अपनी पत्नी से कहा- “तुम्हारे लिए खाने पीने का कितना सामान रख ...
वह सम्राट् है या भिखारी
सिकन्दर महान् ने भारत में एक दिगम्बर साधु को देखकर कहा – जिस भारत को मैं सोने की ...
यह सौदा और खरीददार
गधों पर अजीब सामान लदा हुआ देखकर राहगीर ने पूछ ही लिया कि भाई! इनमें क्या लिए जा ...
उदारता
दीनबन्धु एन्ड्रयूज बड़े ही उदार मानव थे। गरीबों की सेवा ही वे जीवन का सबसे बड़ा धर्म समझते ...
करुणामय स्वामी
स्वामी विवेकानन्द मिश्र के दौरे पर थे। उस दिन वह काहिरा शहर में कहीं जा रहे थे कि ...
श्रम की रोटी
गुरू नानक यात्रा पर थे। चलते-चलते वह एक गांव में पहँचे। गुरू जी का नाम सुनकर लोग सेवा ...
जब सभी प्राणी समान हैं तो …..!
जार्ज बर्नार्डशा अत्यधिक अस्वस्थ थे। डाक्टरों ने सलाह दी कि आप को गाय के मांस में दवा दी ...
प्रथम अभयदान
चीनी भाषा में लिखित बौद्ध ग्रंथ जापानी भाषा में उपलब्ध नहीं था। उसे जापानी में उपलब्ध कराने की ...
बिल्कुल ठीक
आइंस्टीन अपने शोध कार्य में दत्तचित्त थे, इतने में उनकी पत्नी आई और उनसे झल्लाते हुए कहा-आपका नया ...
दिल्ली दूर, शिखरजी सन्मुख
उस समय रेल मोटर का युग नहीं था, पैदल सम्मेदशिखर जी की यात्रा करने के लिए सेठ हरसुखराय ...